कुंडलियां*

राम नाम हिय राख के, लायें मन विश्वास। पूरी होगी कामना,जो है मन की आस।। जो है मन की आस, सफलता मे बदलेगी। हँसी-खुशी में बीत, जिन्दगी रोज खिलेगी।। कह प्यासा चितलाय, हमेशा एक ही नाम। जागे हो या सोय, लें हरदम बस राम।। --"प्यासा"

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