गाल बजाना ठीक नही है

          ~कविता ~
गाल बजाना ठीक नहीं है।
यह जीने की लीक नही है।
बातें अच्छी ही तुम बोलो।
इससे अच्छी सीख नहीं है।
            
                    गाल बजाना ठीक नही है।

सुन्दर बातें सुन्दर भाषा ,
करती हैं पूरी अभिलाषा।
अच्छी चीज कहीं से सीखो,
शिक्षा कोई भीख नही है ।
                  
                        गाल बजाना ठीक नही है।

आपस में तुम ठीक से रहना।
यह मानवता का है गहना।
भेद -भाव न मन में रखना ,
इससे कुछ पुनीत नही है।
                  
                        गाल बजाना ठीक नही है।

जैसी करनी वैसी भरनी।
इस से पटी पड़ी है धरनी।
बात यही है सत्य पुरातन,
इससे सस्ता नीक नही है ।
                  
                          गाल बजाना ठीक नही है।
                          --"प्यासा"

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